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गजब का पशु प्रेमी: गौ-वंश और दीपक के बीच का रिश्ता है खास, प्रेम एवं निस्वार्थ भाव से करते हैं देखभाल

पाली/कोरबा, छत्तीसगढ़। सोना बारमते, 10 अप्रैल 2024


इंसान और जानवर के बीच का रिश्ता बेहद खास होता है, दोनों एक दूसरे से भले ही बिल्कुल अलग हों पर दोनों के अंदर एक भाव होता है, जो उन्हें एक दूसरे के करीब ले आता है, और वह भाव है प्रेम का, इंसान और जानवर दोनों के ही अंदर प्रेम होता है, इंसान इस प्रेम को तभी समझ पाता है जब वो किसी जानवर से जुड़ता है, लोग अपनें पालतू जानवरों से बहुत प्यार करते है और उनको अपनें बच्चे की तरह चाहते है।

आमतौर पर आपनें लोगों को कुत्ते-बिल्ली या पक्षी को ही प्यार करते देखा होगा, लेकिन पाली नगर निवासी दीपक सोनकर गौ-वंश पर निस्वार्थ भाव से अपना प्यार लुटाते है, जिन्होंने पशु प्रेमी होनें का अनोखा प्रमाण दिया है।

इंसान की करुणा एवं स्नेह का पशु-पक्षी भी हकदार है, कुछ ऐसे लोग हैं जो जानवरों के दर्द का अहसास कर ना सिर्फ उनकी सेवा करते हैं, बल्कि उन्हें अपनों सा प्यार भी देते हैं, इसी मकसद से समाज के हर तबके तक यह संदेश देनें में जुटे हैं दीपक सोनकर।

इस पशु प्रेमी नें बाहरी घूमनें वाले दर्जनों गायों, बैलों को पाला है. सबसे खास बात यह है कि दीपक इन गौ-वंश का खास देखभाल करते हुए इनके लिए पर्याप्त चारे-पानी की व्यवस्था में लगे रहते है।

दीपक सोनकर बताते है कि गाय जब दूध देती है तब उसका मालिक उसे बड़े प्यार से रखता है और जब दूध देना बंद कर दे तो उसका ख्याल रखना बंद कर देता है, इसी प्रकार जब बैल हष्ट-पुष्ट हो तब उससे काम लेते है और कमजोर होनें पर लाठी मार भगा देते है, ऐसी हालात में बाहरी घूमते ऐसे मवेशी चारे-पानी के लिए इधर-उधर भटकते रहते है, तब ऐसे मवेशियों की ओर ध्यान देनें वाला कोई नही होता, इसी सोच से ऐसे घूमते पशुओं के प्रति मेरा लगाव होनें के साथ धीरे-धीरे उनसे अनंत प्रेम होनें और वर्तमान में ऐसे गौ-वंश की निस्वार्थ भाव से देखभाल के साथ उनके लिए चारे-पानी की पर्याप्त व्यवस्था के लिए स्वयं तत्पर रहता हूँ, ताकि इन पशुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न होनें पाए, इस प्रकार भारी संख्या में इन्होंने गौ-वंश की देखभाल करते हुए पशु प्रेमी होनें का अनोखा मिसाल कायम कर रहे है और यह तमाम गौ-वंश भी एक परिवार की तरह बन गए है।

दीपक सोनकर का कहना है कि गौ-वंश भी इंसान की तरह समझदार होते हैं, इनको भी भूख प्यास लगता है, इनके पास भी दिल होता है, ये बहुत ही वफादार और अपनें मालिक के प्रति अनंत प्रेम करनें वाले होते हैं, इन गौ-वंश से ना केवल मैं प्रेम करता हूं बल्कि यह भी हमसे अथाह प्रेम रखते हैं, सनातन धर्म को माननें वालों के लिए गाय मां और साक्षात जगदम्बा व लक्ष्मी का स्वरूप है, जिसमे तैंतीस कोटि देवी देवताओं का वास होता है, इसलिए जब कभी भी आपके घरों में या आसपास गौ माता आती है तो उनके प्रति हर किसी को अपना प्रेम प्रकट करना चाहिए, उनके ऊपर पानी डालकर या डण्डे से मारकर कभी नही भगाना चाहिए और ना ही नकारना चाहिए।

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