बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 27 मई 2024 राघवेन्द्र सिंह
✒️…शासन-प्रशासन, नेता सोए एयरकंडीशन में और उपभोक्ता खड़ा रहे धधकती गर्मी में, अपनें घर का चूल्हा जलानें इण्डेन गैस एजेंसी की लाईन में…
जिला मुख्यालय सहित सम्पूर्ण प्रदेश में नवतपा लगते ही गर्मी अत्यधिक बढ़ गई है, लेकिन बलौदाबाजार नगर में इण्डेन गैस सिलेंडर उपभोक्ता परेशान है, आम उपभोक्ताओं में इन दिनों काफी नाराजगी देखनें को मिल रही है, गैस दुकान संचालक की बढ़ती मनमानी के चलते आम उपभोक्ताओं में शासन-प्रशासन के प्रति रोष दिखाई दे रहा है।
आक्रोशित उपभोक्ताओं का मानना है कि “शासन-प्रशासन, नेता सोए एयरकंडीशन में और उपभोक्ता भरी-धधकती गर्मी में अपनें घर का चूल्हा जलानें इण्डेन गैस एजेंसी की लाईन में खड़ा रहे… नगर के कई फेसबुक प्रोफाईल आदि में कई दिनों से संबंधित एजेंसी संचालक के विरुद्ध पोस्ट, टिप्पणियां बढ़ती ही जा रही, चूंकि आम उपभोक्ताओं द्वारा 15-20 दिनों से ऑनलाइन बुकिंग कर भुगतान एडवांस जमा करनें के बावजूद लोगों को गैस सिलेंडर समय पर नहीं मिल रहा है।
इसी कड़ी में 12 मई को भुगतान कर चुकी मोहनी गनशानी नें बताया कि अब तक उन्हें गैस सिलेंडर अप्राप्त है हमेशा की यही स्थिति निर्मित होती है।
सूत्रों की मानें तो इस प्रकार की मनमानी से अन्य कई उपभोक्ता भी परेशान है, यहां कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी बदले गए किन्तु सिलेंडर सप्लाई के मनमानें रवैय्ये को नहीं बदल पाए, मुख्यालय के नेता एवं अधिकारीगणों को आसानी से घर पहुँच रहा गैस सिलेंडर, इसलिए प्रतीत होता है कि इन्हें आम लोगों को परेशानी देखनें में मजा आ रहा।
एजेंसी के कर्मचारी उपभोक्ताओं से उचित व्यवहार नहीं करते हैं, जिससे उपभोक्ताओं में काफी निराशा, मायूसी देखनें को मिलती है, एजेंसी में नियुक्त कर्मचारियों के व्यवहार से उपभोक्ता काफी परेशान हैं।
सूत्रों की मानें तो कड़कती धूप में जो उपभोक्ता लाईन में लगकर रसीद कटवा रहें है, उनसे भी घर पहुंच राशि ली जा रही है एवं जो व्यक्ति ऑनलाईन बुकिंग कराए है उन्हें समय पर होम डिलीवरी नहीं दी जाती, इससे परेशान उपभोक्ताओं नें एजेंसी के प्रतिनिधि को कई बार फोन कर एवं व्हाट्सएप्प पर डिलीवरी देनें हेतु अनुरोध जाता है किंतु कोई सुनवाई नहीं होती, वहीं एजेंसी से बाहर निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य “ब्लैक” में तत्काल घर पहुंच सेवा मिल रही है।
उपभोक्ताओं को हो रही उक्त परेशानी की जानकारी जिले के सभी आला अधिकारियों और नेताओं को भी है किन्तु सभी मौनी बाबा बनकर एअरकंडीशनर का मजा ले रहें है, जिससे प्रतीत होता है कि सांठ-गांठ अथवा उच्च राजनीतिक दबाव के चलते हरी झंडी दी गई हो।