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छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाएगा पत्रकारों का यह “महाकुम्भ”

रायपुर, छत्तीसगढ़। 03 अक्टूबर 2024

📡 पत्रकारों के उपर हो रहे अत्याचार और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करनें की माँग हुई और तेज…

📡 प्रतिनिधि मण्डल द्वारा राजभवन पहुँच राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन…

विगत दिवस 02 अक्टूबर 2024 को गाँधी जयंती के दिन छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी रायपुर के ग्रास मेमोरियल ग्राउण्ड में आयोजित पत्रकार संकल्प महासभा का कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।

पत्रकारों के इस महाकुम्भ में प्रदेश के 30 से भी ज्यादा पत्रकार संगठनों नें हिस्सा लिया और पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करनें सहित पत्रकारों के हितों से सम्बन्धित अन्य मांगों को लेकर राजभवन पहुँचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा।

उल्लेखनीय है कि प्रदेश में पत्रकारों पर हमले लगातार होते आ रहे हैं, बदसलूकी, मारपीट और झूठे मामलों में फँसा कर जेल भेजनें की साजिश अनवरत जारी है, छत्तीसगढ़ राज्य में पूर्व में कांग्रेस की सरकार थी और अब भाजपा की सरकार है, परन्तु पत्रकारों की सुरक्षा और हक की चिंता किसी भी सरकार को नहीं है, केवल भाषणों में ही चीख-चीख कर पत्रकारों को लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ कहा जाता है और उनकी सुरक्षा का ढिंढोरा पीटा जाता है।

वास्तव में देखा जाए तो सत्य और न्याय की लड़ाई लड़नें वाले पत्रकारों के ऊपर निरंतर अत्याचार हो रहे हैं, इन्हीं सब बातों को लेकर आज पूरे प्रदेश के हजारों कलमकारों नें रायपुर के ग्रास मेमोरियल ग्राउण्ड में एक मंच पर एकत्रित होकर महासभा का रूप दिया, मंच पर पीड़ित पत्रकारों नें अपनी-अपनी आपबीती साझा की और मंचस्थ वरिष्ठ पत्रकारों नें प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर करते हुए सरकार से तत्काल पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करनें की माँग की और पत्रकारों को शासन की ओर से विभिन्न सुविधाएं देनें का प्रस्ताव रखा।

पत्रकारों के उद्बोधन पश्चात् प्रतिनिधि मण्डल छत्तीसगढ़ सरकार से पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करनें की मांग को लेकर राजभवन पहुँचे और राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा, इस दरमियान पीड़ित पत्रकारों नें भी सामूहिक रूप से ज्ञापन सौंपते हुए अपनी और अपनें परिवार की सुरक्षा की मांग की।

“पत्रकार संकल्प महासभा”…

छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में पत्रकारों का ऐसा प्रथम महाकुम्भ साबित हुआ, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य के समस्त पत्रकारों की एकजुटता दिखाई दी, सभी पीड़ित पत्रकारों नें अपनी आवाज बुलंद करते हुए मंच के माध्यम से सरकार तक अपनी बात पहुंचाई और न्याय की गुहार लगाई, अब देखना यह है कि चौथे स्तम्भ कहे जानें वाले पत्रकारों की इस जायज और बुलंद आवाज पर शासन कब नींद से जागेगी…?

छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी रायपुर के ग्रास मेमोरियल ग्राउण्ड में पत्रकारिता से जुड़े संगठनों की एकता का मंच देखा गया, जहां पत्रकारिता संकल्प महासभा का आयोजन किया गया, यह छत्तीसगढ़ राज्य के इतिहास में अपनी तरह का पहला कार्यक्रम था, जिसमें राज्य के सभी पत्रकार संगठनों की एकजुटता दिखाई दी, इस कार्यक्रम में पूर्व और वर्तमान सरकारों के कार्यकाल में शोषित पत्रकारों नें अपनी पीड़ा व्यक्त की, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार संगठनों नें भी इसमें भाग लिया।

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