बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 06 नवम्बर 2024
✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…
बलौदाबाजार जिले के आबकारी विभाग कार्यवाही के नाम पर लगातार वसूली कर रही है, और वहीं दीपावली पर विशेष में सभी मदिरा प्रेमियों को कानून से अधिक मूल्य पर शराब भी बेची गई थी।
ऐसे में आबकारी विभाग का शिकायत होना कोई बड़ी बात नहीं है, उड़ेला निवासी एक विद्यार्थी नें कलेक्टर जनदर्शन में उपस्थित होकर जिलाधीश को अपनी समस्या सुनाई कि दीपावली पर्व को देखते हुए
30 अक्टूबर को रिश्तेदारों के लिए मशाला मदिरा लेकर आया था, जिससे आबकारी अधिकारी देवनंदन टण्डन महिला स्टाफ व अन्य स्टाक के साथ जबरन मुझे तुम दारू बेचते हो करके मुझे जबरन उठा लिया और 70 हजार रुपए की मांग करनें लगा, नहीं दोगे तो मैं तुम्हें जेल भेज दुंगा, बोलकर धमकी दिया तब मैं अपनें भाई को फोन करके इस घटना के बारे मे बताया, मैं रो रहा था और उक्त अधिकारी को बार-बार बोल रहा था मैं किसी प्रकार का गलत काम नहीं करता मैं पढ़नें-लिखनें वाला बालक हूं, वह मेरा एक भी नहीं सुना और पैसे के लिए दबाव बनानें लगा जिसे मैं रिश्तेदारों से बात किया तथा गांव के लोगों से मेरे रिश्तेदारों नें 30,000/- रुपए का कर्ज लेकर जैसे-तैसे रुपयों का इंतजाम किया जिसे अन्य स्टाफ के सामनें आबकारी अधिकारी देवनंदन टण्डन को नगद धोधा भाठा में दिया हूं।
उसके बावजूद उन्होंने मुझे धमकी देते हुए कहा कि अगर तुम गांव के किसी नेता, पत्रकार या अधिकारियों के पास शिकायत करते हो तो मैं तुम्हें बड़े धारा में फंसा कर जेल भेज दूंगा, व मेरे से कोरे कागज में हस्ताक्षर भी करवाया है।
साथ ही साथ पंडित नें बताया कि आबकारी अधिकारी नें उनके साथ मारपीट करते हुए गली-गलौज भी किया है उन्होंने जिलाधीश से अपनें दिए गए रकम की वापसी व महिला स्टाफ सहित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करनें की मांग किए हैं,
तो वहीं इस विषय में जिला आबकारी अधिकारी से बात करना चाहा तो उनसे बात नहीं हुआ तब जिलाधीश नें कार्यवाही करनें के लिए आश्वासन दिया है।
पूरे मामले को लेकर आबकारी उप निरीक्षक तथा आबकारी अधिकारी को भी संवाददाता के द्वारा फोन मिलाया गया था मगर उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा, खबर अभी बाकी है वह अगले अंक में सभी पक्षों का बयान लेकर खबर पुनः प्रकाशित की जाएगी।
तब तक बनें रहें हमारे साथ…