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आल इण्डिया कांग्रेस कमेटी आजमगढ़ इकाई नें स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर ध्वजारोहण किया

आज़मगढ़, उत्तरप्रदेश। 15 अगस्त 2024

जाबिर शेख, शतीश गोस्वामी ब्यूरो रिपोर्ट…

आज दिनांक 15 अगस्त 2024 को आज़ादी की 78वीं वर्षगांठ के शुभ अवसर पर शहर कांग्रेस कार्यालय गुलामी का पूरा आज़मगढ़ में शहर अध्यक्ष मोहम्मद नजम शमीम की अध्यक्षता मे बड़ी धूम-धाम और हर्ष-उल्लास के साथ ध्वजारोहण किया गया।

मोहम्मद नजम शमीम नें जनपद और देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई देते हुए कहा कि मज़हब के नाम पर ज़ुल्म-ओ-सितम हम नहीं करते, वफ़ा की आड़ में सियासत हम नहीं करते, ज़मीन के अंदर भी जाते हैं तो गुस्ल करके वतन की मिट्टी को नापाक हम नहीं करते, ये आज़ादी हमें आसानीं से नहीं मिली है, इसके लिए हमारे देश के सपूतों नें अपनीं जान न्योछावर करके दिलाई है, हमें इसको संजो के रखना है, वर्तमान भाजपा सरकार अपनें आप को सत्ता में बनाए रखनें के लिए देशवासियों को धर्म और जाति के नाम पर लड़ा रही है, और इतिहास को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है, 52 साल तक संघ मुख्यालय (नागपुर) पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नहीं फहराया गया, जब तीन नौजवानों बाबा मेढ़े, दिलीप चटवानी और रमेश कलंबे नें मुख्यालय पर 26 जनवरी 2001 को तिरंगा फहरा दिया तो उनके ख़िलाफ़ मुक़दमा लिखवा दिया, इस कुकृत्य के लिए संघ और भाजपा देश से माफ़ी कब मांगेंगे..? ये बहुत चिंता का विषय है, हमें इनको समझना होगा और इनको मुँहतोड़ जवाब भी देना होगा।

शहर उपाध्यक्ष शाहिद ख़ान नें कहा कि देश को आज़ाद करानें के लिए इंटरनेशनल लेवल पर मुसलमानों द्वारा चलाई गई रेशमी रूमाल तहरीक जिसके बानी मौलाना महमूद उल हसन देवबंदी थे, जिसमें बहुत उलेमाओं नें देश के लिए जानें दीं, शहीद हुए, माल्टा की जेल में बरसों क़ैद में रहे, जिनका मक़सद हिंदुस्तान को ग़ुलामी से आज़ाद कराना था, जिसके लिए बहुत यातनाएँ सहीं, जिनकी क़ुर्बानियों को भूल पाना नामुमकिन है, ऐसे अज़ीम देशभक्त शौदाओं को मेरा सलाम।

शहर महासचिव रेयाज़ुल हसन नें कहा कि हमारा देश गुलदस्ता है, जिसमें तमाम धर्मों के लोग जातियों के लोग समाहित हैं, इस गुलदस्ते को हमें हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों नें दिया है, जिसे हमें फिरका परस्त ताकतों से महफूज रखते हुए सजाए रखना है, जिस तरह से भाजपाई और संघी हर घर तिरंगा और तिरंगा रैली निकाल रहे हैं, वे तिरंगे के प्रोटोकॉल को धूमिल कर रहे हैं, तिरंगे का एक सम्मान है, और उसको बचाना होगा ये कुछ भी कर ले देश की जनता इन्हें आज भी अंग्रेजों का समर्थक और तिरंगे का विरोधी ही जानती है।

शहर अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन मिर्ज़ा बरकतुल्लाह बेग नें कहा कि देश की आजादी में मुसलमानों का बहुत बड़ा योगदान है, जिसमें मौलानाओं नें बहुत बड़ी कुर्बानी दी है, आज देश में सरकार द्वारा और उनके समर्थकों द्वारा जो हालात बनाए जा रहे हैं, वह चिंता का विषय है, कोई भी देश उसी देश की जनता पर निर्भर करता है और तरक्की एक साथ एक जुट रहनें में होती है, देश को बढ़ रही सांप्रदायिकता से निपटना होगा और स्वतंत्रता का मूल मंत्र भी यही है।

सभा का कुशल संचालन शहर महासचिव गोविंद शर्मा नें किया, अन्य वक्ताओं नें देश की आजादी में अपना बलिदान देनें वाले महापुरुषों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए इनके बारे में अपनें वक्तव्य दिए।

इस अवसर पर संदीप कपूर, मिर्ज़ा बरकतुल्लाह बेग, राजेश पटेल, सईदुल हसन, बालचन राम, मोअज़्ज़म, मोहम्मद नूर, अधिवक्ता नजीब सिद्दीकी, मिर्ज़ा अहमर बेग, जावेद ख़ान, मिन्हाज अहमद, बेलाल अहमद, फ़हीम ख़ान, मोहम्मद असलम, अल्ताफ़ अहमद, बबलू इराकी, शादाब इराकी, मोहम्मद अफ़ज़ल, राजू कुरैशी, साजिद इकबाल, पंकज शर्मा, सलमान शेख, आलमगीर खान, अज़ान कैफ़, नसीम अहमद, मो.अरशद, रानू कुरैशी, नदीम खान, सैफ़, फुरकान अहमद, मोइनुद्दीन कुरैशी, ओबैदुल्ला, विशाल गुप्ता आदि लोग उपस्थित रहे।

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