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गोलमाल है भाई सब गोलमाल है, आखिर कौन है इस भ्रष्टाचार का जिम्मेदार…? आखिर किसके ऊपर गिरेगी गाज…?

बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 28 अगस्त 2024

✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…

जिला मुख्यालय से महज पंद्रह किलोमीटर में लाखों रुपए खर्च कर भ्रष्टाचार की नींव पर खड़े किए गए नवीन औषधालय भवन की स्थिति देखकर उसे कण्डम घोषित करनें की जरुरत महसूस हो रहा है, भवन निर्माण कार्य पूर्ण हुए अभी केवल छह से आठ माह ही हुए है, और भवन की स्थिति को देखकर मानों ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उस भवन के निर्माण को पांच वर्ष से भी अधिक हो गया है।

डॉक्टर और विभाग के कर्मचारी भवन की स्थिति देखकर वहां अपना कार्य प्रारंभ नहीं कर पा रहे है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि उक्त भवन के निर्माण में किस स्तर पर और कितना भ्रष्टाचार हुआ होगा, जबकि आज भी औषधालय कहीं निजी स्थान पर संचालित हो रही है।

छह से आठ माह बीत जानें के बाद भी जनता की गाढ़ी कमाई के लाखों रुपयों को पानी में बहानें वालों की अभी तक जिम्मेदारी तय नहीं हो पाई है, आयुर्वेद अधिकारी नें अभी तक ना तो ठेकेदार पर कोई जुर्माना लगाया है और ना ही भवन निर्माण के समय जो अधिकारी देखरेख कर रहे थे, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई हो पाई है, ऐसे में भ्रष्टाचार की बेल दिन दुगुनी-रात चौगुनी पनप रही है, क्योंकि भ्रष्टाचारियों में कार्रवाई का जरा सा भी खौफ ही नहीं है।

भ्रष्टाचार और विकास हीनता में चोली-दामन का साथ है।

जिले में विकास कार्य के नाम पर बड़े पैमानें पर काम किया जा रहा है।

निर्माण कार्य की गुणवत्ता हाशिए पर है, लेकिन निर्माण कार्य ज़ोरों पर हैं।

भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी शासकीय आयुर्वेद औषधालय का निर्माण कार्य का हाल इतना ही नहीं बल्कि भवन अब खण्डहर में तब्दील हो रहा है, नवीन औषधालय भवन का निर्माण कार्य कागजों में पूरा हो गया हो, किन्तु वास्तविक स्थिति अधूरा दिखाई पड़ रहा है, जो कि अब भवन पूरी तरह से जर्जर स्थिती में है।

बलौदाबाजार-भाटापारा जिला के बलौदाबाजार जनपद पंचायत क्षेत्र के कई गांव दशकों बाद भी विकास से कोसों दूर है, खम्हरिया (चापा) ग्राम पंचायत के लोगों को बुनियादी सुविधाओं का अभी भी अभाव है, निर्मित शासकीय आयुर्वेद औषधालय का भवन तैयार होते ही दम तोड़नें लगा है, निर्मित भवन का कार्य पूरा होनें के तुरन्त बाद ही भवन की छत से पानी टपकनें लगा है, ऐसे में मरीजों का इलाज कैसे संभव है, और वहां पर मरीज कैसे ठीक होगा, जहां पर व्यवस्था ही स्वयं का ही इलाज की मांग का रोना रो रहा है।

अब यहां पर बड़ी समस्या यह है कि इसके वजह से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, ग्रामीणों नें मांग की है कि आयुर्वेद औषधालय के भवन निर्माण के गुणवत्ता की पूर्ण रूप से जांच हो और संबंधित विभाग के दोषी अधिकारी तथा दोषी ठेकेदार के खिलाफ तत्काल उचित कार्रवाई होनी चाहिए।

📡 ग्रामीणों नें लगाया आरोप…

ग्रामीणों नें बताया कि भवन निर्माण में प्रयोग की गई निम स्तर के घटिया गुणवत्ता युक्त मटेरियल के चलते भवन के कमरों पर छत से पानी की बूंदें टपकनें लग गई है, ऐसे में यह बड़ी आसानी से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि भवन के इन कमरों में मरीज एवं विभाग के डॉक्टर तथा उनके कर्मचारी कैसे काम कर सकते हैं…?

ग्रामीणों नें मांग की है कि मरीजों की उचित ईलाज के लिए बन रहे इस औषधालय भवन के गुणवत्ता की पूर्ण रूप से जांच होनी चाहिए, ताकि ऐसे कमीशन खोर विभाग के अधिकारियों की आड़ में भवन निर्माण का कार्य कर रहे ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई हो सके, वहीं विभागीय अधिकारियों का कहना है कि भवन इस्टीमेट के अनुसार बनाया गया है।

📡 भवन निर्माण की जानकारी

कार्य का नाम- शासकीय आयुर्वेद औषधालय, ग्राम पंचायत खम्हरिया (चापा) स्वीकृत वर्ष- 2022-23, स्वीकृत राशि 15.13 लाख, योजना- राष्ट्रीय आयुष मिशन, कार्य एजेन्सी- ग्रामीण यांत्रिकीय सेवा, जनपद पंचायत बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़।

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