सारंगढ़-बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़। 29 अगस्त 2024
✒️✒️ सोना बारमते…
राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर बरमकेला के डॉ.शक्राजीत नायक शासकीय महाविद्यालय एवं स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल बरमकेला में सभी छात्र-छात्राओं को प्राचार्य की उपस्थिति में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मितानिनों द्वारा अंबेंडाजोले की गोलियां खिलाई गई।
बच्चों व किशोरों के अच्छे स्वास्थ्य, बेहतर पोषण, नियमित शिक्षा तक पहुंच और जीवन की गुणवत्ता में बढ़ोतरी के लिए कृमिनाशक दवा देना आवश्यक है।
सेजेस के प्राचार्य नरेश कुमार चौहान नें बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि कृमि संक्रमण से बच्चों के शरीर व दिमाग का पूर्ण विकास नहीं हो पाता है, ऐसे लक्षण के प्रति माता-पिता को जागरूक रहना चाहिए।
कृमि के कारण बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता और खानें में रूचि घटती है, बच्चे अधिक भोजन करते हैं लेकिन शरीर में नहीं लगता।
अल्बेंडाजोल की गोली खिलानें से बच्चे एनीमिया का शिकार होनें से बच सकते हैं, इससे मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है और बच्चे का स्वास्थ्य अच्छा रहता है।
डॉ.शक्राजीत नायक महाविद्यालय बरमकेला के प्राचार्य डॉ.एस.एल.सोनवाने नें कहा कि कृमि संक्रमण एक आम समस्या है जो अनुमानित रूप से 1-19 वर्ष की आयु के बच्चों को प्रभावित करती है, इस संक्रमण के कारण अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी होती है।
अतः इस इस नेशनल डीवार्मिंग डे के अवसर पर बच्चों को अवश्य कृमि की दवा खिलाएं और इस अभियान को जिम्मेदार नागरिक और अभिभावक के तौर पर सफल बनाएं।
इस अवसर पर मितानिन प्रशिक्षक तारिणी बेहरा एवं मितानीन-गण साबिया, पुष्पा, गंगा, रेखा, जमेरून, माधुरी, जलकुमारी, कमला महंत के द्वारा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस में सहयोग किया।