✒️✒️ रेशमा लहरे, गीता सोन्चे…
बिलासपुर, छत्तीसगढ़। 29 सितम्बर 2024
बोदरी तहसील के सभी 32 ग्रामों सहित जिले के कुल 54 गावों में इस बार मैनुअल तरीके से नहीं बल्कि डिजिटल तरीके से क्रॉप सर्वे (गिरदावरी) का कार्य किया जा रहा है।
कलेक्टर अवनीश शरण नें इस सिलसिले में बोदरी तहसील के गांव भटगांव का दौरा कर चल रहे डिजिटल क्रॉप सर्वे कार्य का जायज़ा लिया, उन्होंने शासन के निर्देश के अनुरूप 30 सितम्बर तक सर्वे का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
जिले में पहली बार पायलट प्रोजेक्ट के रूप में डिजिटल क्रॉप सर्वे हाथ में लिया गया है, कलेक्टर नें सर्वेयर से सर्वे के संबंध में जानकारी ली एवं डिजिटल क्रॉप सर्वे का लाइव सर्वे देखा, डिजिटल क्रॉप सर्वे एवं सामान्य गिरदावरी में अंतर एवं डिजिटल क्रॉप सर्वे से होनें वाले लाभ की जानकारी भी ली।
विदित हो कि वर्तमान में फसल की शुद्धता के साथ शत-प्रतिशत गिरदावरी का कार्य करनें हेतु शासन नें रीयल टाइम गिरदावरी/डिजिटल क्रॉप सर्वे के माध्यम से कराई जा रही है, जिला बिलासपुर के तहसील बोदरी को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चयन किया गया है, जिसके 13 हल्के के कुल 32 गांव के कुल 20 हजार से अधिक खसरों का डिजिटल सर्वे किया जा रहा है, इसके अलावा अन्य 11 तहसीलों के 02-02 ग्राम मिलाकर 22 ग्रामों में डिजिटल क्रॉप सर्वे कराई जा रही है, इसमें उसी गांव के ही शिक्षित बेरोजगार युवा जैसे एग्रीकल्चर में ग्रेजुएट से सर्वे कराया जा रहा है, सर्वे का कार्य सर्वेयर मौके में जाकर ही कर सकते हैं, इसमें सर्वे के दौरान फसल का 03 फोटो लेना भी अनिवार्य है, सर्वे की मुख्य विशेषता यह है कि इसके माध्यम से गिरदावरी में होनें वाली त्रुटि व गलत प्रविष्टि को रोका जा सकता है, साथ ही फसल के प्रकार, खेत का सिंचित, असिंचित की जानकारी एवं वास्तविक रकबा और खसरा की जानकारी प्राप्त होती है, इसके किसानों को अपनें फसल को धान खरीदी केन्द्र में बेचनें में भी सुविधा होगी।
इस दौरान संयुक्त कलेक्टर व प्रभारी अधिकारी भू-अभिलेख मनीष साहू, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बिल्हा बजरंग वर्मा, तहसीलदार बोदरी संदीप साय, नायब तहसीलदार बोदरी ओमप्रकाश चंद्रवंशी, हल्का पटवारी, सरपंच, किसान, कोटवार एवं सर्वेयर उपस्थित थे।