बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 04 अक्टूबर 2024
✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार नशा से बचनें हेतु लगातार शिविर का आयोजन हो रहा है, और संवेदनशील जगहों में भी नशे के बारे में बताया जा रहा है।
इसी तारतम्य में आज बलौदाबाजार में शा. मिनीमाता कन्या महाविघालय में बच्चों के उपस्थिति में चित्र, पोस्टर, निबंध प्रतियोगिता, स्वामी आत्मानंद अंग्रजी माध्यम स्कूल बलौदाबाजार, स्लोगन प्रतियोगिता, शा. दाउ कल्याण महाविद्यालय बलौदाबाजार का आयोजन किया गया, जिसमें कुल 151 छात्र-छात्राओं द्वारा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया गया, जिसमें नशामुक्त संबधी प्रचार-प्रसार भी किए गए और नशा से होनें वाले दुष्प्रभावों के बारे में बाताया गया।
नशा एक अभिशाप है, यह एक ऐसी बुराई है, जिससे इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है, नशे के लिए समाज में शराब, गांजा, भांग, अफिम, जर्दा, गुटखा, तम्बाकू और धुमपान सहित चरस, स्मैक, कोकिन, ब्राउन शुगर जैसे घातक मादक दवाओं और पदार्थो का उपयोग किया जा रहा है, मादक द्रव्यों के सेवन की समस्या से निपटनें और भारत को नशा मुक्त बनानें के उद्देश्य से 15 अगस्त 2020 को नशामुक्त भारत अभियान (NMBA) की शुरुवात की गई, जिसके तहत देश में नशीली दवाओं के उपयोग के मामले में सबसे अधिक संवेदनशील 272 जिला की पहचान की गई।
इस कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं को नशा से दूर रहनें के नियम और निती पूर्ण बातों का जानकारी देते हुए बचे रहनें की सलाह भी दिए गए।
इस अवसर पर अरविन्द गेडाम (उपसंचालक समाज कल्याण बलौदाबाजार), रोशन लाल (मनोचिकित्सक सामाजिक कार्यकर्ता), कॉलेजों के समस्त शिक्षणगण, छात्र-छात्राओं एवं विभागीय कर्मचारीगण उपस्थित रहें।