लखनऊ, उत्तरप्रदेश। 06 अक्टूबर 2024
📡 newchhattisgarh.com
किसान आंदोलन के नायक और किसानों के मसीहा मानें जानें वाले महात्मा टिकैत की 89वीं जयंती को लाखों किसानों नें लखनऊ के इको गार्डन में किसान जागृति दिवस के रूप में मनाया।
इस अवसर पर आगरा मंडल से हजारों किसान शामिल हुए और उन्होंने महात्मा टिकैत की विरासत को याद करते हुए सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए।
📡 किसानों की शपथ: “किसानों का अपमान नहीं सहेंगे”…
किसानों नें इस अवसर पर मंच से शपथ ली कि जो भी उनके हितों को नुकसान पहुंचानें की कोशिश करेगा, उसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, सभा को संबोधित करते हुए किसान नेताओं नें कहा कि महात्मा टिकैत के समय में सरकारें उनकी दहाड़ से कांप जाती थीं, और अब समय आ गया है कि किसान एक बार फिर उसी संघर्ष के लिए तैयार हों।
📡 किसान नेताओं नें लगाए सरकार पर गंभीर आरोप…
सभा की अगुवाई करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता चौधरी राकेश टिकैत नें कहा कि आज के समय में किसान आर्थिक रूप से कमजोर हो रहा है और केंद्र तथा प्रदेश सरकार उनकी परेशानियों की अनदेखी कर रही हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसानों के साथ “फ्री बिजली” और “सस्ते उर्वरक” के नाम पर मजाक कर रही है, खासतौर से डी.ए.पी. उर्वरक की कमी और महंगी दरों पर किसानों की चिंता जताई गई।
टिकैत नें कहा कि “महात्मा टिकैत नें जिस प्रकार से किसानों की आवाज को बुलंद किया था, हमें उसी प्रेरणा से सरकार के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करना होगा, अगर किसानों के साथ अन्याय हुआ, तो हम उसे नेस्तनाबूद कर देंगे।”
📡 हवन के साथ किया महात्मा टिकैत को नमन…
महात्मा टिकैत की जयंती पर सबसे पहले किसानों नें हवन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी, इसके बाद कई किसान नेताओं नें महात्मा टिकैत की भूमिका और उनके संघर्षों को याद किया।
इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय महासचिव राजवीर सिंह जादौन, प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा, युवा किसान नेता गौरव टिकैत, प्रदेश प्रवक्ता गजेंद्र सिंह परिहार, प्रदेश उपाध्यक्ष बुद्ध सिंह प्रधान, प्रदेश सचिव तिलक सिंह राजपूत सहित कई प्रमुख नेता मौजूद रहे।
📡 जागृति दिवस: किसानों के लिए संघर्ष का आह्वान…
किसानों नें महात्मा टिकैत की जयंती को किसान जागृति दिवस के रूप में मनाया, जिसका मुख्य मकसद था कि किसानों को उनके हकों के प्रति जागरूक करना, मंच से कई किसान नेताओं नें अपनें भाषणों में कहा कि सरकार की नीतियों के चलते किसान लगातार आर्थिक संकट में फंस रहे हैं, नेताओं नें यह भी कहा कि बिजली और उर्वरक की समस्या के साथ-साथ किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है, जिससे उनकी समस्याएं बढ़ रही हैं।
इस सभा में मण्डल अध्यक्ष रणवीर चाहर, आगरा मण्डल महासचिव जगदीश परिहार, जिलाध्यक्ष आगरा राजवीर लवानिया, मथुरा जिलाध्यक्ष चौधरी धर्मवीर सिंह, फिरोजाबाद जिलाध्यक्ष प्रेम अतुल यादव, मैनपुरी जिलाध्यक्ष रूपेंद्र सिंह शाक्य, जिला महासचिव मथुरा धीरी सिंह, जिला उपाध्यक्ष मथुरा संजय अग्रवाल, युवा प्रकोष्ठ के मण्डल अध्यक्ष विपिन यादव, मुनेश यादव, कृष्णकांत शर्मा, रणजीत सिंह यादव सहित अन्य किसान नेता और हजारों किसान उपस्थित रहे।
📡 महात्मा टिकैत की विरासत को आगे बढ़ानें का संकल्प…
किसानों नें महात्मा टिकैत की विचारधारा और उनके संघर्ष को आगे बढ़ानें का संकल्प लिया, उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा और अगर जरूरत पड़ी, तो एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहना होगा।