बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 19 अक्टूबर 2024
✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…
देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश के हर व्यक्ति के सर पर छत और पक्का मकान देनें का सपना देखते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना बनाई गई है, जिसमें पात्र हितग्राहियों को इसका लाभ मिल सके, लेकिन ग्रामीण स्तर पर इस योजना में जमकर भ्रष्टाचार होनें और अपात्रों को लाभ देनें का मामला आर.टी.आई. एवं अन्य के माध्यम से सामनें आया है।
इसी तरह का मामला बलौदाबाजार विकासखण्ड के अन्तर्गत महानदी नदी के अंतिम छोर पर बसे ग्राम कोयदा में सामनें आया है, जहां पर आर.टी.आई. एवं शिकायकर्ता धनसाय साहू नें 18 अक्टूबर को जिला कलेक्टर के नाम से सरपंच हेमंत साहू, रोजगार सहायक राजू साहू एवं पंचपति शिवनारायण साहू के विरूद्व शिकायत कर जांच की मांग किया गया है।
शिकायकर्ता धनसाय साहू नें अपनें शिकायत पत्र में कंडिका वार शिकायत दर्ज किया है, जिसमें चैतूराम, पिता समारू कैवत्र्य का छत लेबल का मकान पास करनें के एवज में रोजगार सहायक एवं पंचपति शिवनारायण द्वारा 35 हजार रूपये लेकर पी.एम. आवास स्वीकृत करनें का आरोप लगाया गया, जिसका कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है।
गंगाप्रसाद, पिता लहुरमन साहू का 10 वर्ष पुराना मकान को छबाई कराके रोजगार सहायक द्वारा ₹30 हजार रूपये लेकर पास करवाया गया है, जिसका वर्तमान में दो किस्त जारी हो गया है, जो कि हितग्राही को रूपए मिल जानें का आरोप लगाया गया।
उक्त आवास को नया आवास में शामिल भी कर लिया गया है।
शिकायतकर्ता नें बताया कि नारायण, पिता हंसराम साहू का 05 वर्ष पहले का पक्का मकान को ₹30 हजार रूपये लेकर रोजगार सहायक के द्वारा नया आवास के रूप में दर्शाया गया है, जिसमें योजना के अनुसार हितग्राही नारायण साहू को दो किस्त दिया जा चुका है।
इसी तरह भरतलाल, पिता नियन साहू का कच्चा मकान को पक्का मकान कहकर आवास सूची से उनका नाम अपात्र की सूची में दुर्भावनावश डाल दिया गया है, जिसकी जानकारी आर.टी.आई. से हुआ है, वहीं नरोत्तम, पिता मकसुदन साहू को स्थायी पलायन बताकर सरपंच हेमन्त साहू एवं रोजगार सहायक के द्वारा आवास सूची से हटाकर अपात्र की सूची में डाल दिया गया है, जबकि वह व्यक्ति पात्र है, उसके परिवार के लोग हमेशा घर में रहते है।
इसके अतिरिक्त राजेश पिता गनेशराम बनछोर, देवचरण साहू, दिनेश कैवत्र्य, सागर साहू, रोहित यादव, कचराबाई साहू, समुन्दराम केंवट को सरपंच एवं रोजगार सहायक द्वारा दुर्भावावश आवास सूची से हटाकर अपात्र सूची में डाल दिया गया, इसके पूर्व अन्य व्यक्तियों का नाम भी अपात्र सूची में डाला गया है, अपात्र सूची में नाम डाल दिए जानें की वजह से उक्त हितग्राहियों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
शिकायतकर्ता साहू नें बताया कि पंच पति शिवनारायण साहू का आलीशान पक्का मकान बना है, जिसका नाम आवास योजना की सूची में उसका नाम आया है, जिसकी जांच की आवश्यकता है।
इस प्रकार सरपंच एवं रोजगार सहायक दोनों मिलकर अधिकांश हितग्राहियों से अवैध रूप से वसूली कर रहे है, जो कि शासन के नियमों के विरूद्व है, ऐसे सरपंच एवं रोजगार सहायक पर जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जानें पर बर्खास्त करनें की मांग किया गया है।
📡 शिकायत झूठा है, जैसे-जैसे कार्य हुआ है, जियो टेकिंग के पश्चात आवास स्वीकृत हुआ है, इसमें रोजगार सहायक का किसी भी प्रकार का हाथ नहीं है…
राजू साहू,
रोजगार सहायक
ऑनलाईन के माध्यम से आवास स्वीकृत हो रहा है, इसमें पंचायत का किसी भी प्रकार का हाथ नहीं है, पुराना ऑनलाईन के हिसाब से सूची जारी हो रहा है, जो भी व्यक्ति के द्वारा शिकायत किया गया है, उसका शिकायत झूठा और निराधार है…
हेमंत साहू,
सरपंच
ग्राम पंचायत कोयदा