बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 25 अक्टूबर 2024
✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…
कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार नशा से बचनें हेतु प्रति सप्ताह शिविरों का आयोजन स्कूल, कॉलेज, ग्राम पंचायतों में किया जा रहा है, और संवेदनशील जगहों में नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया जा रहा है।
इसी तारतम्य में आज पं. लक्ष्मी प्रसाद तिवारी शासकीय कन्या महाविद्यालय बलौदाबाजार में कक्षा 09वीं से 12वीं की कुल लगभग 223 छात्राओं की उपस्थिति में नशे पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया एवं बताया गया कि नशा एक व्यक्ति करता है और बरबाद उसका पुरा परिवार हो जाता है, अगर नशे की लत से छुटकारा पाना है तो एक दृढ़ संकल्प लेकर अथवा एक सकारात्मक सोच लेकर नशे को छोड़ना पड़ेगा इस हेतु समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र भी सहयोग करता है।
नशामुक्ति केन्द्र में मनोचिकित्सक उपलब्ध है, दवाईयां भी दी जाती है एवं सकारात्मक सोच को अपनें मन में रखकर नशे को जिन्दगी से विदा देना है, अन्यथा इस नशे की लत हमें जिन्दगी से विदा कर देगी।
सरकार इन पीड़ितों को नशे के चुंगल से छुड़ानें के लिए नशा मुक्ति अभियान चलाती है, शराब और गुटखों पर रोक लगानें के प्रयास करती है, कुछ व्यक्ति ऐसे हैं जिसकी दिन की शुरुआत नशे से होती है एवं रात को नशा ही लेकर सोते है, जो कि निरंतर करनें से नशे के आदि हो जाते है एवं उनका जीवन नशे में ही सिमट जाता है।
इस कार्यक्रम में छात्राओं को अपनें परिवार, मोहल्ले आस-पास के वातावरण को नशे से मुक्त करनें हेतु जानकारी दी गई है एवं संकल्प वाचन किया गया, खैरघटा स्थित नशामुक्ति केन्द्र में प्रतिदिन योगाभ्यास, पूजा पाठ एवं सामाजिक कार्यक्रम कराया जाता है।
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार जीवन जीनें की कला जिसे अंग्रेजी में Art of Living कहा जाता है, इसके संबध में भी जानकारी बच्चों को दी गई जिससे वह अपना जीवन सहजता एवं सरलता से यापन कर सके एवं जीवन की कठनाईयों का सामना कर सकें।
इस अवसर पर रोशन लाल (मनोचिकित्सक सामाजिक कार्यकर्ता), सुश्री तुलिका परघनिया (सखी वन स्टॉप सेन्टर), समाज कल्याण विभाग के अधिकारी/कर्मचारी, महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।