📡 भा.ज.पा. नेता नें कहा- मेरे से बड़ा “गुण्डा” कोई नहीं…
बलौदाबाजार, छत्तीसगढ़। 09 नवम्बर 2024
✒️✒️ राघवेन्द्र सिंह…
छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में एक के बाद एक बवाल सामनें आ रहा है, ताजा मामला बलौदाबाजार जिला के पलारी थाना क्षेत्र का है, जहां पर पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष का एक विवादित बयान सामनें आया है, जिसमें उन्होंने खुद को “बड़ा गुण्डा” बताते हुए कहा कि उनके इलाके में कोई उनसे बड़ा “गुण्डा” नहीं है।
बलौदाबाजार जिले के पलारी थाना में भाजपा नेता और पुलिसकर्मियों के बीच विवाद हो गया, यह बयान तब आया जब भाजपा के जिला अध्यक्ष सनम जांगड़े अपनें पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ देर रात थानें में हंगामा कर रहे थे।
पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन मोनू वर्मा नें भा.ज.पा. के सत्ताधारी नेता के समर्थन में कानून को ताक पर रखते हुए धमकियां दीं और प्रशासनिक अधिकारियों को दबाव में लानें की कोशिश की।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बलौदाबाजार में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के कार्यक्रम के बाद भाजपाइयों नें पलारी थानें के सामनें दारू पार्टी शुरू कर दी, पार्टी के दौरान गाड़ी में तेज साउण्ड में गाना बजानें और पलारी नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा के साथियों के साथ शराब पीकर नाचनें को लेकर पुलिस से विवाद हुआ।
मामला बढ़ते हुए भा.ज.पा. जनप्रतिनिधियों और पुलिसकर्मियों के बीच झूमाझटकी तक पहुंच गया, घटना की वजह से पुलिस थाना छावनी बन गया।
मामले की जानकारी होनें पर पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल नें तत्काल कार्रवाई करते हुए थानेदार केशर पराग बंजारा के साथ आरक्षक राम मोहन राय और मनीष बंजारे को सस्पेंड कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटनाक्रम में जिले के पलारी थाना परिसर और थाना भवन के अंदर भा.ज.पा. सैकड़ों की भीड़ लेकर देर रात लगभग 02 घण्टे तक हंगामा किए।
भा.ज.पा. नेता द्वारा थाना के अंदर धमकानें का वीडियो भी सामनें आया है।
बताया जा रहा है कि भा.ज.पा. नेता एवं नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा नें थाना में जाकर पुलिस अधिकारियों को दवाब में लानें की कोशिश की और अपनी राजनीतिक पहुंच का गलत इस्तेमाल करते हुए नजर आए, इस पूरी घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई है और मामला गहराता जा रहा है।
📡 मेरे से बड़ा “गुंडा” पलारी में और कोई नहीं- भाजपा नेता…
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि नगर पंचायत अध्यक्ष यशवर्धन वर्मा सार्वजनिक तौर पर देर रात थाना परिसर के अंदर यह कहा कि मेरे से बड़ा “गुंडा” पलारी में और कोई नहीं हैं, यह बयान उनके सत्ता में आनें के बाद के कुछ विवादों का हिस्सा बन चुका है, जिसमें वे पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनानें का आरोप लगाते रहे हैं।
📡 थानेदार और दो आरक्षक हटाए गए…
पलारी में पुलिस और नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच हुए विवाद के बाद थाना प्रभारी सहित तीन पुलिस कर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है, इस विवाद के बाद प्रशासन नें तत्काल कदम उठाते हुए तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है, इस मामले की जांच के आदेश भी दिए गए हैं।
एडिशनल एस.पी. अभिषेक सिंह नें मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुष्टि की कि तीनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है, फिलहाल सस्पेंड इसीलिए किया गया हैं कि जांच में बाधा ना आए।
उन्होंने कहा कि यह कदम यह सुनिश्चित करनें के लिए उठाया गया है कि किसी भी सार्वजनिक अधिकारी के साथ इस तरह की घटना ना हो, देर रात तक भा.ज.पा. नेता थाना में हंगामा किया है, जांच टीम बना दी गई है, जांच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।