लखनऊ, उत्तरप्रदेश। 25 अगस्त 2024
✒️✒️ शीबू खान…
📡 क्षमतावर्धन कार्यशाला का हुआ आयोजन, शहरी यातायात के वैश्विक विशेषज्ञों नें दिया प्रशिक्षण…
📡 लखनऊ समेत यूपी-बिहार के शहरों में कार्यरत हरित सफ़र, स्वच्छ समावेशी यातायात की कवायद…
क्लाइमेट एजेण्डा द्वारा संचालित हरित सफ़र अभियान के अंतर्गत एक क्षमतावर्धन कार्यशाला का आयोजन लखनऊ के बर्लिंगटन चौराहे के समीप एक होटल में किया गया।
शहरी यातायात प्रणाली को स्वच्छ एवं समावेशी बना सकनें के उपायों पर केन्द्रित इस कार्यशाला में विश्व स्तर के जानें-मानें विशेषज्ञ शामिल हुए।
विशेष रूप से वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट के परिवहन कार्यक्रम प्रमुख चिंतन दफ्तरदार, बेंगलुरु बस यात्री फोरम की संस्थापक सुश्री शाहीन शाशा और पुणे स्थित पी.वी.पी. कॉलेज ऑफ़ आर्किटेक्चर के निदेशक प्रोफ़ेसर प्रसन्ना देसाई और क्लाइमेट एजेण्डा की निदेशक एकता शेखर मौजूद रही हैं।
इस दौरान चिंतन दफ्तरदार नें इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिंग स्टेशनों को सौर ऊर्जा आधारित करनें की वकालत की, और सभी संभव रूटों पर अधिकतम संख्या में इलेक्ट्रिक बसों के संचालन के महत्व पर ज़ोर दिया।
प्रोफ़ेसर प्रसन्ना देसाई नें शहर की सड़कों को बढ़ते निजी वाहनों के हिसाब से डिजाईन करनें के बजाए बसों, गैर-मोटर चलित वाहनों और पैदल चलनें वाले यात्रियों को सड़कों पर अधिकतम संभव स्थान देनें के फायदे गिनाए।
सुश्री शाहीन शाशा नें बसों और गैर-मोटर चलित वाहनों का उपयोग करनें वालों का एक सार्वजनिक फोरम बनानें और सरकार के सम्बंधित विभागों को अपनी जरूरते समझानें पर बल दिया।
एकता शेखर नें प्रतिभागियों से एक नेटवर्क के तहत कार्य करनें और लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य शहरों में भी यातायात प्रणाली को स्वच्छ एवं समावेशी बनानें के लिए समेकित प्रयास करनें की अपील की।
कार्यशाला में स्वागत व धन्यवाद ज्ञापन रश्मि काला नें किया।
इस कार्यशाला में लखनऊ समेत प्रदेश के कई अन्य शहरों के प्रतिभागी मौजूद रहे हैं।
ज्ञात हो कि हरित सफ़र अभियान उत्तरप्रदेश और बिहार के शहरों में यातायात प्रणाली को स्वच्छ एवं समावेशी बनानें के लिए कार्यरत है, यह अभियान शहरों में होनें वाले ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाकर जलवायु परिवर्तन की गति को धीमा करनें के लक्ष्य पर केन्द्रित है।